सेहते चश्म
· अगर आँख में तकलीफ़ हो तो जब तक ठीक न हो जाये बायीं करवट सो। (रसूले ख़ुदा स0)
· मिसवाक करने से आँख की रौशनी में इज़ाफ़ा होता है।
· जब भी तुम में से किसी की आँख दर्द करे तो चाहिये कि उस पर हाथ रख कर आयतल कुर्सी की तिलावत करे इस यक़ीन के साथ कि इस आयत की तिलावत से दर्दे चश्म ठीक हो जायेगा।
· जो सूर-ए-दहर की तीसरी आयत हर रोज़ पढ़े आँख की तकलीफ़ से महफ़ूज़ रहेगा।
· खाने के बाद हाथ धो कर भीगे हाथ आँख पर फेरे दर्द नहीं करेगी।
· तीन चीज़ें आँख की रोशनी में इज़ाफ़ा करती हैं। सब्ज़े पर, बहते पानी पर और नेक चेहरे पर निगाह करना।
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